तेजी  से भागती हुई जिंदगी में विकास के साथ तनाव भी उसी अनुपात में बढ़ा है, लेकिन लोग तनाव प्रबंधन या तनाव को दूर करने की कोशिश नहीं कर बस आगे बढ़ने में लगे रहते हैं। यही तनाव कब अवसाद बन जाता है और इसी अवसाद में व्यक्ति अपनी जिंदगी खत्म करने की कोशिश करता है। कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश एवं सीएमएचओ डॉ सुजॉय मुखर्जी के मार्ग दर्शन में सीएचसी स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जायेगा।

डॉ. विनोद चंद्रवंशी नोडल ऑफिसर मानसिक स्वास्थ्य ने बताया कि जिले में मानसिक स्वास्थ्य इकाई के माध्यम से कार्यस्थल पर तनाव का प्रबंधन और आत्महत्या रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कार्य का उचित प्रबंध करना और तनाव को कम करने साथ ही सहयोगी साथियों द्वारा एक-दूसरे की भावनाओं को समझकर आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम उठाने से रोकने के बारे में बताया जा रहा है।

इस माह मानसिक स्वास्थ्य शिविर- 6 मई सीएचसी पंडरिया, 13 मई बोड़ला, 20 मई पिपरिया और 27 मई को सहसपुर लोहारा में आयोजित किया जाएगा। जिला चिकित्सालय के कक्ष क्रमांक 21 में प्रत्येक बुधवार को मानसिक रोगियों की जॉच एवं उपचार कर परामर्श दिया जा रहा है। मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित काउंसलिंग के लिए अखिलेश साहू साइकेट्रिक सोशल वर्कर मों. 9993225697, अनिल हियाल साइकेट्रिक नर्स मों. 9981250248, आराधना बंजारे कम्यूनिटी नर्स मो. 8305689432 से संपर्क कर सलाह ले सकते है।

मानसिक स्वास्थ्य का व्यक्ति की दिनचर्या पर काफी असर पड़ता है। जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ होता है तो उसका हर काम काफी अच्छे से होता है। लेकिन मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर व्यक्ति दिनभर चिड़चिड़ा महसूस कर सकता है। ऐसे में मानसिक समस्याओं से बचाव करना जरूरी है और इसके लिए सबसे पहले यह समझना होगा कि मानसिक स्वास्थ्य क्या है। इसके लिए अब सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर प्रत्येक शनिवार को मानसिक स्वास्थ्य जॉच एवं उपचार शिविर का आयोजन किया जा रहा है।

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